Wednesday, November 18, 2009

जीवन्धर कुमार नामके एक राजकुमार ने मरते हुए कुत्ते को णमोकार मंत्र सुनाया थाजिसके फलस्वरूप वह कुत्ता मर कर देव बन गया, पुनः वहाँ से आकर उसने जीवन्धर कुमार को नमस्कार किया और सदैव उनके प्रति कृतज्ञ रहा
एसो पञ्च नमस्कारो, सव्व पावप्पनासनो
मंगलाणं सव्वेसिं, पढमं हवइं मंगलं
अर्थात यह णमोकार मन्त्र सभी पापों का नाश करने वाला है, और सभी मंगलों में पहला मंगल है
आर्यिका चंदनामती
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर

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