प्रभु पद भक्ति प्रसाद से, मिले यही वरदान।
ज्ञानमती निधि पूर्ण हो, मिले अंत निर्वाण॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
Thursday, December 31, 2009
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