इस युग की माँ शारदे ,तू धर्म की प्राण है। 
ज्ञानमती नाम है, ज्ञान की तू खान है, चारित्र परिधान है॥ 
                                                    आर्यिका चंदनामती 
                                            जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
Saturday, October 31, 2009
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