महानुभावों! भगवान् महावीर के पूर्व भवों में आप पढ़ रहे हैं कि वे अभी स्वर्ग में हैं और इधर मध्य लोक की कुण्डलपुर नगरी में स्वर्ग से देवों ने आकर दिव्य नगरी की रचना कर दी । उस नगर में सुन्दर नन्द्यावर्त महल सात मंजिल का बना दिया, जिसमे राजा सर्वार्थ और रानी श्रीमती निवास करने लगे ।
आज से लगभग २६०८ वर्ष पूर्व उन राजा सर्वार्थ के पुत्र सिद्धार्थ का विवाह वैशाली के राजा चेटक की पुत्री त्रिशला के साथ हुआ । पुनः सिद्धार्थ और त्रिशला सुख पूर्वक जीवन व्यतीत करने लगे। आगे आप जानेंगे कि कुण्डलपुर में क्या होता है -----
आर्यिका चंदनामती
Friday, April 9, 2010
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