प्रभु गुण सूत्र पिरोय स्रज, विविध वर्ण मय फूल।
धरें कंठ उन ज्ञानमति,लक्ष्मी हों अनुकूल॥ १॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
Friday, November 13, 2009
Thursday, November 12, 2009
अमूल्य वचन
तीर्थंकर गुण रत्न को, गिनत न पावें पार।
तीन रत्न के हेतु मैं , नमूँ अनंतों बार॥ १॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
हस्तिनापुर -मेरठ ,उत्तर प्रदेश -भारत
तीन रत्न के हेतु मैं , नमूँ अनंतों बार॥ १॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
हस्तिनापुर -मेरठ ,उत्तर प्रदेश -भारत
Monday, November 9, 2009
Saturday, November 7, 2009
Friday, November 6, 2009
प्राचीन तीर्थ हस्तिनापुर
हस्तिनागपुर में हुए , श्री कुरुवंश ललाम ।
नमूँ नमूँ नत शीश मैं , शान्ति कुन्थु अर नाम॥ १॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
नमूँ नमूँ नत शीश मैं , शान्ति कुन्थु अर नाम॥ १॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
अमूल्य वचन
णमो अरिहंताणं ।
णमो सिद्धाणं ।
णमो आयरियाणं ।
णमो उवज्झायाणं ।
णमो लोए सव्वसाहूणं ।
यह महामंत्र सभी पापों का नाश करता है। अतः इसका प्रतिदिन उच्चारण करके अपने मन को पवित्र करें ,यही मंगल प्रेरणा है।
आर्यिका चंदनामती
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
णमो सिद्धाणं ।
णमो आयरियाणं ।
णमो उवज्झायाणं ।
णमो लोए सव्वसाहूणं ।
यह महामंत्र सभी पापों का नाश करता है। अतः इसका प्रतिदिन उच्चारण करके अपने मन को पवित्र करें ,यही मंगल प्रेरणा है।
आर्यिका चंदनामती
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
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