प्रभु गुण सूत्र पिरोय स्रज, विविध वर्ण मय फूल।
                  धरें कंठ उन ज्ञानमति, लक्ष्मी हों अनुकूल॥
                                                                 गणिनी ज्ञानमती
                                                   जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर
Friday, December 11, 2009
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