Monday, January 11, 2010

णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आयरियाणं
णमो उवज्झायाणं
णमो लोए सव्वसाहूणं

1 comment:

  1. णमो अरहंताणं - अरहंत भगवान को नमस्कार है ।
    णमो सिद्धाणं - सिद्ध भगवान को नमस्कार है ।
    णमो आयरियाणं - आचार्यो को नमस्कार है ।
    णमो उवज्झायाणं - उपाध्यायो को नमस्कार है ।
    णमो लोए सव्व साहूणं - लोक के सर्व साधुओ को नमस्कार है ।

    एसो पंच णमुक्कारो सव्व पावप्पणासणो, मंगलाणं च सव्वेसिं पढमं हवई मंगलं ।
    यह नमस्कार महामंत्र सब पापो का नाश करने वाला तथा सब मंगलो मे प्रथम मंगल है ।

    अरहंता मंगलं - अरिहंत प्रभु मंगल हैं ।
    सिद्धा मंगलं - सिद्ध प्रभु मंगल हैं ।
    साहू मंगलं - साधू जीवन मंगल है ।
    केवली पण्णतं धम्मं मंगलं - केवली प्रणीत धर्म मंगल है ।

    अरहंता लोगुत्तमा - अरिहंत प्रभु लोक मे उत्तम हैं ।
    सिद्धा लोगुत्तमा - सिद्ध प्रभु लोक मे उत्तम हैं ।
    साहू लोगुत्तमा - साधू जीवन लोक मे उत्तम है ।
    केवली पण्णत्तो धम्मो लोगुत्तमो - केवली प्रणीत धर्म लोक मे उत्तम है ।

    अरहंते सरणं पवज्जामि - अरिहंत प्रभु की शरण मे जाता हूं ।
    सिद्धे सरणं पवज्जामि - सिद्ध प्रभु की शरण मे जाता हूं ।
    साहू सरणं पवज्जामि - साधू जीवन की शरण मे जाता हूं ।
    केवली पण्णत्तं धम्मं सरणं पवज्जामि - केवली प्रणीत धर्म की शरण मे जाता हूं ।

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